RJPUTANA GK
इतिहास और प्राचीन नाम: वैदिक काल में इसे ‘ब्रह्मवर्त’ और रामायण काल में ‘मरुकांतर’ कहा गया।
राजस्थान के एकीकरण के बाद 30 मार्च को ‘राजस्थान दिवस’ के रूप में मनाया जाने लगा।
कर्नल जेम्स टॉड को घुड़सवारी के कारण उन्हें स्थानीय लोग “घोड़े वाला बाबा” कहकर संबोधित करते थे।
- इतिहास और प्राचीन नाम:
- वैदिक काल में इसे ‘ब्रह्मवर्त’ और रामायण काल में ‘मरुकांतर’ कहा गया।
- राजस्थान शब्द का सबसे प्राचीन उल्लेख वि संवत 682 में वसंतगढ़ (सिरोही) के एक शिलालेख में मिलता है।
- जार्ज थामस ने 1800 ईस्वी में इसे ‘राजपुताना’ कहा।
- बाद में, कर्नल जेम्स टॉड ने इसे ‘रायथान’ कहा, और उनकी पुस्तक “Annals and Antiquities of Rajasthan” में ‘राजस्थान’ शब्द का प्रचलन हुआ।